Monday, September 14, 2009

हिन्दी है बिंदी माथे की....

.....
......


हिन्दी है बिंदी माथे की
सजती हरेक वेष में,
प्रेम का संदेश सिखाती
हर जाति हर देश में,


देश काल से इसे ना बांधो
सारे जग पर राज करे,
ममता की गाकर लोरी
हर मन में विश्राम करे ॥




हिन्दी दिवस की हार्दिक बधाई...




गीता पंडित (शमा)

2 comments:

Apanatva said...

bahut sunder sandesh detee hai ye kavita .
thanks for visiting my blog and leaving comment .

Anonymous said...

देश काल से इसे ना बांधो
सारे जग पर राज करे,
ममता की गाकर लोरी
हर मन में विश्राम करे ॥
बहुत सुंदर - नव वर्ष के मंगल कामना के साथ