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शायद याद किया है उसने, एक बड़े अरसे के बाद.,
देखो हिचकी मुझको आये , एक बड़े अरसे के बाद.|
घर-आँगन सूना-सूना, सब कुछ बिखरा-बिखरा सा,
मुड़ कर देखा है फ़िर उसने, एक बड़े अरसे के बाद |
एकाकी मरुथल सी साँसे, प्यासी रेतीली धरती...,
तुम तो सावन लेकर आये, एक बडे अरसे के बाद |
मीरा सी दीवानी हूँ मैं, सुध-बुध जग की भूल गयी,
तुम दीवाने बन कर आये, एक बड़े अरसे के बाद.|
घुप्प अँधेरी रात घनी है, सन्नाटों की चहल-पहल..
तुम तो शायद पूनम लाये, एक बड़े अरसे के बाद.|
दरवाजे खिडकी बंद सभी, हवा-धूप सब है खामोश.,
"शमा" को जीवन देने आये,एक बड़े अरसे के बाद |
गीता पंडित (शमा)